ॐ ह्रीं श्रीं चक्रेश्वरी, चक्रवारुणी,
चक्रधारिणी, चक्रवे गेन मम उपद्रवं
हन-हन शांति कुरु-कुरु स्वाहा।
किसीभी प्रकारका उपद्रव इस मन्त्र से शांत किया जा सकता है। चक्रदेवी का यह मन रोज २१ बार पढ़े। ७ दिन में आपको बदलाव नजर आएगा।
ॐ ह्रीं श्रीं चक्रेश्वरी, चक्रवारुणी,
चक्रधारिणी, चक्रवे गेन मम उपद्रवं
हन-हन शांति कुरु-कुरु स्वाहा।
किसीभी प्रकारका उपद्रव इस मन्त्र से शांत किया जा सकता है। चक्रदेवी का यह मन रोज २१ बार पढ़े। ७ दिन में आपको बदलाव नजर आएगा।