जेहि पर कृपा करहिं जन जानि।
कवि उर अजिर नचावहिं वानी॥
मोरि सुधारहिं सो सब भांति।
जासु कृपा नहिं कृपा अघाति॥
हर रोज स्नान करके श्रीराम जी के फोटो के सामने बैठके इस मन्त्र का जाप १८ बार करे. परीक्षा की शुरुवात में आँखे बंद करके श्रीराम का ध्यान करे.
जेहि पर कृपा करहिं जन जानि।
कवि उर अजिर नचावहिं वानी॥
मोरि सुधारहिं सो सब भांति।
जासु कृपा नहिं कृपा अघाति॥
हर रोज स्नान करके श्रीराम जी के फोटो के सामने बैठके इस मन्त्र का जाप १८ बार करे. परीक्षा की शुरुवात में आँखे बंद करके श्रीराम का ध्यान करे.