युद्ध के 15 साल बाद एक बार युधिष्ठिर जब कुंती ,ध्रितराष्ट्र और गांधारी से मिलने वन गए तो वेड व्यास भी वहां पहुँच गए | उन्होनें देखा की ध्रितराष्ट्र और गांधारी अभी भी अपने परिजनों की मौत का दुःख मन रहे थे | ऐसे में उन्होनें रात में नदी के जल से सभी का आह्वान किया | अपने मृत परिजनों से मिल ध्रितराष्ट्र और गांधारी के मन को शांति मिली और उन्हें ये भी ज्ञात हुआ की अब उनकी संतानें किसी दुःख से पीड़ित नहीं है |