महल शब्द हिन्दुओं के काल से चलता आ रहा है | मुस्लिमों ने कभी भी इस शब्द का प्रयोग नहीं किया है | फिर ताज के साथ महल शब्द रखने के फैसला क्यूँ किया गया |इसके इलावा उस समय के किसी भी सरकारी कागज़ में ऐसा कोई ज़िक्र नहीं है की ताजमहल नाम का कोई निर्माण किया गया था |कुछ लोग कहते हैं की इसका नाम मुमताज़ के नाम से प्रेरित है तो बता दें की उनका असली नाम मुमता-उल-जमानी था |विन्सेंट स्मिथ ने अपनी पुस्तक अकबर द ग्रेट मुग़ल में लिखा है की बाबर की जिस स्थान पर मृत्यु हुई वह भवन बेहद विशाल और खूबसूरत था | उसी भवन को बदल ताजमहल में परिवर्तित कर दिया |