आगरा दरअसल अंगीरा ऋषि के नाम पर बसा हुआ शहर है |प्राचीन काल में आगरा में 5 शिव मदिर बनाये गए थे | लेकिन अब सिर्फ वहां 4 शिव मंदिर हैं यानि बालकेश्वर, पृथ्वीनाथ, मनकामेश्वर और राजराजेश्वर  | पांचवा मंदिर यानि नागनाथेश्वर को कब्र में परिवर्तित कर ताज महल बना दिया गया |ओक के मुताबिक लखनऊ के वास्तु संग्रहालय में एक शिलालेख रखा है जिसपर लिखा है की 'स्फटिक जैसा शुभ्र इन्दुमौलीश्‍वर (शंकर) का मंदिर बनाया गया। (वह इ‍तना सुंदर था कि) उसमें निवास करने पर शिवजी को कैलाश लौटने की इच्छा ही नहीं रही|ताजमहल के गुम्बद में कई लोहे के चल्ले हैं जो की दीपों को रखने के लिए इस्तेमाल होते थे | ज़ाहिर है ये किसी मंदिर में ही हो सकता है कब्र में नहीं |
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