ओक के मुताबिक ताज महल एक सात मंजिला ईमारत है जिसकी एक मंजिल तहखाने के रूप में हैं |नीचे वाली मंजिल में 22 कमरे हैं जिन्हें तालों में बंद रखा है और जिन्हें खोल कर किसी ने नहीं देखा |इन 22 कमरों की दीवारों पर हिन्दू चित्रकारी की गयी है |सन 1934 में इन चिन्वाये कमरों में एक दरार देख एक दिल्ली के निवासी ने अन्दर झाँक के देखा तो वह आश्चर्य चकित रह गया | वहां उसे शिवजी की तसवीरें और कई हिन्दू मूर्तियाँ भी रखी हुई थी | अगर ये मकबरा शाह जहाँ ने बनवाया था तो उसे इसमें से कोई चीज़ भी छुपाने की क्या ज़रुरत थी | सत्य में इन कमरों में वह लूट का खज़ाना भी रखा हुआ है और अगर वह खुल गया तो इतिहास के कई तथ्य झूठे पड़ जायेंगे |