हांलाकि ये भी सत्य है की रानी पद्मावती के बारे में कहीं कोई पुख्ता जानकारी उपलब्ध नहीं है |पद्मावती ने कई औरतों के साथ मिल कर अपने किले में जोहर कर लिया था ताकि क्रूर अल्लाउदीन खिलजी उनको हासिल न कर सके |प्रोफेसर के एस लाल ने अपनी किताब हिस्ट्री ऑफ़ द खिल्जिस में इस बात को शामिल नहीं किया था |पर पद्मावती उर्फ़ पद्मिनी से जुड़े सबूतों का न मिलने का मतलब ये नहीं है की वह कभी हुई ही नहीं |मसलन ऐसे कोई सबूत नहीं है जो ये की मौर्यों के सम्राट चन्द्रगुप्त के वजूद को साबित कर सकें |इसके इलावा सोमनाथ पर महमूद घजनी के हुए हमलों का भी कहीं कोई ज़िक्र नहीं है |