सम्मोहन विद्या भारत की सबसे प्राचीन विद्या है |लेकिन उस समय इसे प्राण विद्या या त्रिकाल विद्या का नाम दिया जाता था |कई लोगों ने इसे मोहिनी या वशीकरण विद्या का नाम भी दिया  था |हिप्नोटिज्म   यूनानी शब्द हिप्नोज़ से उभरा है और इसका अर्थ है निद्रा यानि नींद |पहले साधू इस विद्या का इस्तेमाल लोगों की तकलीफ दूर करने के लिए करते थे | लेकिन कुछ समय बात लोगों ने इसे काले जादू के लिए इस्तेमाल करना शुरू कर दिया |भारत की इस विद्या पर पश्चिमी सभ्यता की नज़र 18 शताब्दी में पड़ी |ऑस्ट्रियावासी फ्रांस मेस्मर   ने सबसे पहले इस विद्या को एक अर्थ विज्ञानं के रूप में स्थापित किया |19 शताब्दी में जेम्स ब्रेड ने इसे मेस्मेरिस्म नाम से प्रचलित किया और ये बताया की इसे कैसे चिकित्सिक कार्यों के लिए इस्तेमाल किया जा सकता है |
Please join our telegram group for more such stories and updates.telegram channel