किसी भी तरीके का सम्मोहन करने से पहले विधि सीखना बेहद ज़रूरी है |सम्मोहन की कल सीखने के लिए आत्म सम्मोहन सीखना ज़रूरी है |चेतन मन से अपने अवचेतन मन में जा कर उसको जागृत करने की विद्या ही आत्म सम्मोहन है |कई बार हमें ऐसे लगता है की जैसे हमारे सपने चल रहे हैं | ये चेतन और अवचेतन की बीच की अवस्था है | इसे अर्ध चेतन मन भी कहते हैं |