गरुड़ एक बहुत ही बुद्धिमान प्रजाति मानी जाती है | पौराणिक काल में गरुड़ का इस्तेमाल सन्देश और लोगों को एक स्थान से दूसरे स्थान तक पहुँचाने का काम सौंपा जाता था |ये पक्षी इतने विशाल होते हैं की ये एक हाथी को भी अपनी चौंच में दबा कर उड़ सकता है |गरुड़ की तरह दो और पक्षी थे –जटायु और सम्पाती | दोनों ही दंडकारण्य क्षेत्र में विचरण करते थे | जटायु और रावण के युद्ध में उनके कुछ पंख टूट कर दंडकारण्य में आकर गिरे थे | वहां एक मंदिर इस बात की पुष्टि करता है |