समुद्र मंथन के दौरान मिलने वाली वस्तुओं में से एक है शंख | क्यूंकि ये लक्ष्मी के साथ निकला था इसलिए इसे लक्ष्मी भ्राता भी कहते हैं |इसीलिए जहाँ शंख होगा वहां लक्ष्मी का निवास निश्चित है | इसके इलावा शंख बजने से सब तरह के नकरात्मक प्रभाव कम हो जाते हैं |साथ ही साथ शादी में होने वाली रुकावटें ,पित्र्दोश शांति और पुत्र की प्राप्ति में भी शंख का योगदान माना जाता है |उच्च श्रेणी के श्रेष्ठ शंख कैलाश मानसरोवर, मालद्वीप, लक्षद्वीप, कोरामंडल द्वीप समूह, श्रीलंका एवं भारत में पाए जाते हैं। शंख तो और भी मिल जाते हैं लेकिन पांचजन्य शंख जो मंथन के दौरान निकला था वैसा मिलना मुश्किल है |