एक बार की बात है की अर्जुन और श्री कृष्ण एक नदी के पास विहार कर रहे थे | ऐसे में उन्हें नदी के पास एक खुबसूरत युवती तपस्या करते दिखाई दी | अर्जुन ने उससे परिचय पुछा तो उनसे बताया की वह सूर्य पुत्री कालिंदी है | यहाँ नदी के निकट वह श्री कृष्ण को पति रूप में प्राप्त करने के लिए तपस्या कर रही है | इस पर श्री कृष्ण ने अपने विष्णु अवतार होने की बात का खुलासा किया | कालिंदी की तपस्या से प्रसन्न हो वह उसे अपने साथ द्वारका ले आये | द्वारका में पूरे रीती रिवाज़ से कालिंदी और कृष्ण का विवाह संपन्न हुआ |