श्री राम वो पहले शख्स हैं जिन्हें परिवार के हालातों के चलते मजबूरन देश, परिवार और सभी राजकीय सुखों को त्यागना पड़ा | ऐसे में श्री राम वन वन भटके और श्री लंका पहुँच रावन से सीता के अपहरण का बदला लिया | इस पूरे घटनक्रम के सबूत आज भी भारत वर्ष में फैले हुए है |इस पूरे काल में वह कई सन्यासी ,आदिवासी और जातियों के संपर्क में आये जिनसे उन्होनें धर्म और राजनीती से जुड़े कई संपर्क स्थापित किये |रामायण के मुताबिक जब राम ने वनवास स्वीकार किया तो उन्होनें अयोध्या से रामेश्वरम तक एक लम्बी यात्रा की जिसके 200 से अधिक निशानों की पुष्टि वैज्ञानिक तौर पर हो चुकी है |