जब मोहम्मद ने इस्लाम का प्रचार किया तो उन्हें काफी विरोध का सामना करना पड़ा | उनके दो साथियों के निधन के बाद वह मेक्का में अकेले रह गए | ऐसे में उन्हें अल्लाह से हुकुम हुआ की वह मदीना चले जायें |उनके इस आदेश को सुनकर मुहम्मद रात में ही मदीना के लिए निकल पड़े | वहां वह 13 साल तक रहे | उन्हें कई ऐसे सहयोगी प्राप्त हुए जिन्होनें इस्लाम का प्रचार करने में उनकी सहायता की |इससे मेक्का के निवासियों से उनका द्वेष बढ़ गया और आपस में उन लोगों के बीच काफ़ि सारे युद्ध हुए |अंत में मुहम्मद हज करना चाहते थे लेकिन मक्कावासी तैयार नहीं हो रहे थे | उन्होनें आपस में संधि कर ली और फिर १४०००० लोगों के साथ हज की यात्रा की |