अभिमन्यु पिछले जन्म में कालयवन नाम का व्यक्ति था | कृष्ण ने उसे मार कर जला दिया था वह उसकी आत्मा को एक कपडे में बाँध एक डिब्बी में बंद कर दिया था | इस डिब्बी को उन्होंने अपने द्वारका के महल में रख दिया | उस समय भीम और हिडिम्बा का पुत्र घटोत्कच सुभद्रा की रक्षा के लिए वही रहता था | किसी वजह से कृष्ण ने उस डांट दिया तो उसने सुभद्रा से शिकायत लगा दी | सुभद्रा जब कृष्ण के कमरे में बात करने गयी तो डिब्बी की ओर आकर्षित हो गयी | उन्होनें जैसे ही डिब्बी को खोला वह आत्मा उनके गर्भ में ठहर गया | ऐसे भी कहते हैं की चन्द्र देव ने अभिमन्यु को धरती पर सिर्फ 16 सालो के लिए भेजा था | इसलिए अर्जुन ने सिर्फ चक्रव्यूह की आधी जानकारी ही सुभद्रा को दी क्यूंकि उन्हें मालूम था की अभिमन्यु की उम्र कम है और उनकी मृत्यु ऐसे होनी निश्चित है |