वैसे तो अन्य नदियाँ जैसे गंगा ,जमुना ,कावेरी इत्यादि भी हैं लेकिन नर्मदा नदी की परिक्रमा को काफी मान्यता प्राप्त है | ऐसा माना जाता है की इसे करके हम अपने जीवन में वह ज्ञान हासिल कर पाते हैं जो वैसे जानना हमारे लिए संभव नहीं है |लोग बताते हैं की अगर ठीक से इस परिक्रमा को किया जाए तो ये 3 साल 3 महीने और 13 दिन में पूरी होती है | लेकिन कई लोग इस परिक्रमा को 108 दिनों में भी पूरा कर लेते हैं |लगभग 1312 किलोमीटर का रास्ता लोग पैदल चल के पूरा करते हैं | नर्मदाजी वैराग्य की अधिष्ठात्री मूर्तिमान स्वरूप है। गंगाजी ज्ञान की, यमुनाजी भक्ति की, ब्रह्मपुत्रा तेज की, गोदावरी ऐश्वर्य की, कृष्णा कामना की और सरस्वतीजी विवेक के प्रतिष्ठान के लिए संसार में आई हैं | लेकिन इस यात्रा को संपन्न करते समय कई बातों का ध्यान रखना बेहद ज़रूरी है |