उज्जैन की शिप्रा नदी में इस परिक्रमा की शुरुआत होती है और दत्तअखाड़ा घाट से कई साधू संत एवं जनता इसका प्रारंभ करते हैं |यात्रा 545 किलोमीटर लम्बी है और हर रोज़ 20 किलोमीटर की यात्रा सम्पूर्ण की जाती है |पदयात्रा के दौरान शिप्रा के आसपास जितने तीर्थ स्थल हैं उनका भी दर्शन करना अनिवार्य है |यात्रा का अंत शिप्रा नदी के तट पर रामघाट पर पहुंचकर होता है |