अपनी ताकत के घमंड में दस्ग्रीव यमराज से लड़ने पहुँच गया | वैसे भी वह तब तक सभी देवताओं को हरा चुका था | ऐसे में यम को हराने से उसका अधिपत्य स्थापित हो जाता | उसने यम से युद्ध प्रारंभ किया तो यम काफी क्रोधित हुए | वह उसे मारने ही वाले थे की ब्रह्मा ने आकर उन्हें उसे मिले हुए वरदान से अवगत कराया और कहा की वह यम के हाथों से नहीं मारा जा सकता | इस पर यमराज ने उसे जाने दिया | ये देख दस्ग्रीव से सोच कर हरषाने लगा की उसने काल पर विजय पा ली है |