जिस रात टाइटैनिक दुर्घटनाग्रस्त हुई उससे के रात पहले वहां लाइफबोट डिजास्टर मैनेजमेंट ड्रिल होने वाली थी | भाग्यवश वह ड्रिल हो नहीं पायी| अगर वह सही प्रकार से हो जाती तो दुर्घटना के समय लाइफ बोअट्स की मैनेजमेंट सही से हो जाती |टाइटैनिक फिल्म का सबसे संवेदनशील दृश्य है जब आइसबर्ग से टकराने के बाद भी बैंड प्लेयर्स संगीत बजाते रहते हैं | हकीकत में भी कुछ ऐसा ही हुआ था |दुर्घटना के दौरान काफी लोगों ने लाइफबोट के माध्यम से अपनी जान बचायी थी | लेकिन और लोगों की जान भी बच सकती थी क्यूंकि काफी सारी लाइफबोट खाली ही गयी थी |