डोरजहो इटिगिलोव एक बुरयत बौद्ध भिक्षु थे| साल 1927 में जब उनकी मौत हुई तो वह उस समय मैडिटेशन कर रहे थे |उसी अवस्था में उनकी बॉडी को समाधी दे दी गयी |1955 में उनके कुछ समर्थकों ने उनकी कब्र खोदी तो उनका शव उसी अवस्था में बैठा हुआ था | यहाँ तक उनके शरीर को किसी प्रकार का नुक्सान नहीं हुआ था | इसके बाद इस बॉडी को इटिगेल खाम्बयन पैलेस टेम्पल में रखवा दिया गया|