हल्दीघाटी युद्ध के दौरान प्रताप ने कुछ दिन एक गुफा में गुज़ारे थे | ऐसे में उनके पास खाने के लिए कुछ भी नहीं था | इस वजह से उन्होनें घास की रोटी खा कर अपना पेट भरा | इस बात का ज़िक्र राजस्थान की सभी लोक कथाओं में मिलता है | वह गुफा आज भी मोजूद है और उसके पास एक मंदिर भी था |