हल्दीघाटी का युद्ध बेहद विनाशकारी था | यहाँ तक की अकबर बाद में भी उस युद्ध के डर से रातों में उठ कर बैठ जाते थे | वीर रस की किताबों में अकबर के इस डर का उल्लेख मिलता है |इस युद्ध से ये साबित हो गया था की मुग़ल साम्राज्य को भी हराया जा सकता है |अकबर ने प्रताप को ये प्रस्ताव भी दिया था की अगर वह उनसे समझौता कर लें तो वह उन्हें आधे भारत का साम्राज्य राज करने को देदेगा | लेकिन प्रताप नहीं मानें और 30 साल तक कोशिश करने के बाद भी अकबर प्रताप को कैद नहीं कर सका | ऐसे में जब उसे प्रताप की मौत की खबर मिली तो वह भी रो पड़ा |