1884 में एक पेपर पब्लिश हुआ था जिनमें पिरामिड की निर्माण शैली पर कुछ सवाल उठाये गए | लोगों ने बताया की पिरामिड दरअसल ऊपर से बनाये गए हैं और वह हकीकत में पहाड़ थे जिनको इस प्रकार का आकार दे दिया गया |ऐसे कई स्थान हैं जहाँ इस प्रकार के पहाड़ हो सकते हैं इसलिए इस ख्याल को पूरी तरह से ख़ारिज नहीं किया जा सकता है |लेकिन अगर ऐसा कुछ होता तो जो भी फारोह का सामान वहां से मिला है वह संभवतः नहीं मिलता |