शिवमहा पुराण के मुताबिक गणेश की रचना पार्वती ने अपनी दासियों जाया और विजया के कहने पर की थी | उन दोनों ने देवी पार्वती से कहा की नंदी इत्यादि गंद सब शिवजी के वशीभूत हैं और उन्हीं की बात मानते हैं | ऐसे में हमारा भी कोई रक्षक होना चाहिए | ये सुन पार्वती ने अपने शरीर का मैल निकाल उससे गणेश की रचना की |