इसी श्रृंखला में एक बार देवी तुलसी एक नदी के तट से गुज़र रही थी | वहां उनकी नज़र गणेश पर पड़ी | उन्हें देखते ही तुलसी के मन में आकर्षण जाग गया | जब तुलसी ने गणेश के सामने विवाह का प्रस्ताव रखा तो वह मना करने लगे | इस पर तुलसी गणेश से नाराज़ हो गयी और उन्होनें गणेश को श्राप दिया की जल्द ही उनका विव्ह हो जाये | जवाब में गणेश ने उन्हें वृक्ष बन्ने का श्राप दे दिया |