तिरुपति से कुछ 23 किलोमीटर दूर एक गाँव है | वहां के निवासी कठिन नियमों के साथ जीते हैं |इस गाँव में निवासियों के इलावा किसी को भी अन्दर आने की इजाज़त नहीं है | ऐसा बताते हैं की इस गाँव के लोग ही मंदिर के लिए पुष्प ,घी मक्खन और दूध इत्यादि मुहैय्या कराते हैं |