बालाजी की मूर्ति के समक्ष कई सारे दीपक जल रहे होते है | ये दीपक कब से जल रहे हैं कोई नहीं जानता है |कई हज़ार सालों से जल रहे ये दीपक आज भी बिनाक किसी अड़चन के जल रहे हैं | ये दीपक कभी बुझते नहीं है जो की हैरानी वाली बात है |मंदिर के पंडित बताते हैं की बालाजी के ह्रदय में लक्ष्मी बस्ती हैं | ब्रहस्पत को निज रूप दर्शनाम के दौरान जब मूर्ति पर लगाये सफ़ेद लेप को उतारा जाता है तो उसपर लक्ष्मी की छाप देखने को मिलती है |