दोनों ही ग्रंथों में मुख्य पात्रों का विवाह स्वयंवर के तहत हुआ था | जहाँ एक तरफ राम ने शिव के धनुष पर प्रत्यंचा चड़ा सीता का हाथ जीता था वहीँ महाभारत में मछली की आंख भेद कर अर्जुन ने द्रौपदी को अपना बनाया था | लेकिन अर्जुन को द्रौपदी सिर्फ अपने लिए हासिल नहीं हुई | वह जब अपनी माँ के पास ये खुशखबरी सुनाने गए तो उनकी माँ के मुंह से निकला की पांचो भाई मिलकर खा लो | ये सुन सब चौंक गए क्यूंकि दद्रौपदी खाने की वस्तु नहीं थी | अंत में ये फैसला हुआ की द्रौपदी की पांचो भाई से शादी होगी और वह हर के साथ एक साल पत्नी रूप में बिताएंगी |