दोनों ही ग्रंथों में युद्ध की वजह एक ही थी | नारी के सम्मान को उस समय में बहुत महत्व दिया जाता था | इसलिए जब सीता का हरण हो गया तो राम उनको इज्ज़त से छुड़ाने के लिए लंका पहुंचे | वहीँ द्रौपदी के साथ दुर्योधन ने बेहद गलत कार्य को अंजाम देने की कोशिश की थी | इस तरह से एक नारी को अपमानित करने वाले के साथ तो कुछ ऐसा होना लाज़मी था |