वो स्थान जहाँ ये दोनों मूर्तियाँ स्थित थीं वहां फिर से एक और बार तकनीकों की सहायता से इन मूर्तियों को सजीव किया गया | लेकिन ऐसा करने की अनुमति सिर्फ एक दिन के लिए मिली थी |चीनी दंपत्ति झेयांग शिन्यु और लियांग हॉग इन मूर्तियों के टूटने से दुखी था | तो उन्होनें 3डी की सहायता से फिर इन मूर्तियों का सजीव चित्रण कर दिया | ऐसा करने में उनको 74 लाख रूपये खर्च करने पड़े |इन होल्य्ग्रफिक स्टेचू को एक दिन यानी 7 जून 2015 को प्रदर्शन के लिए रखा गया |