आपतकाल के समय में सब जगह इंदिरा गाँधी और उनके बड़े पुत्र संजय गाँधी का बोल बाला था | एक दिन अचानक संजय आपने प्राइवेट प्लेन से सांगानेर हवाई अड्डे पहुंचे | अटकलें ये लगने लगी की ज़रूर कुछ खज़ाना मिल गया है |इसके बाद सेना के सबसे ऊपर के अधिकारी भी देखने के लिए वहां पहुंचे तो अफवाहों को जैसे और हवा मिल गयी |लोगों ने ये सोचना शुरू कर दिया की खज़ाना मिला है जिसे अब सेना यहाँ से दिल्ली पहुँचाने के लिए आई है |