ऐसा कहा जाता है की ये कहानी रामायण से बहुत मिलती है | जिस तरह राम बुराई के विनाश के लिए जन्म लेते हैं उसी प्रकार मोमोटारो का भी जन्म हुआ था | जहाँ राम को हनुमान का साथ मिला रावन के विनाश के लिए वहां मोमोटारो की भी मदद एक बन्दर ने की |रास्ते में मोमोटारो को ताकत के लिए आहार की ज़रुरत जो उसने बाजरे के लड्डू खा के पूरी की | बाजरे के लड्डू भारत में भी बहुत मन से बनाये एवं खाए जाते हैं |मोमोटारो की कहानी के कई संस्करण सामने आये | कई लोगों ने कहा की वह बक्से में तैर रहा था कुछ ने सफ़ेद और कुछ ने लाल नाशपाती में उसके मिलने का दावा किया | मोमोटारो के बड़े होने की प्रक्रिया को लेकर भी कई लोगों ने बातें बनायीं | कुछ का कहना था की मोमोटारो शुरू से ही एक बहुत ही परिश्रमी बालक था | जबकि कुछ कहानियों ने कहा की वह शुरू में तो आलसी था लेकिन बाद में उसमें बदलाव आ गया और वह औरों के बारे में सोचने लगा |