इसके बाद मारीच ने रावण से शरण मांगी| क्यूंकि रिश्ते से मारीच रावण का मामा लगता था वह लंका में ही रहने लगा | जब शुपरन्खा के नाक और कान काटे गए तो रावण ने राम से बदला लेने की ठानी |सुने मारीच को एक बेहद खुबसूरत हिरन बन सीता को रिझाने को कहा | रावण जानता था की सीता ऐसे हिरन को देख आपने आप को रोक नहीं पायेगी और राम से उसे पकड़ कर लाने को कहेगी | जब राम वहां से जायेंगे तो रावण सीता का हरण कर लेगा | हुआ भी ऐसे ही लेकिन अंत में मारीच राम के बाण का शिकार हो गया |