सिकंदर के मन में जो भी विश्वविजय का सपना जगा था वह सिर्फ और सिर्फ व् उसके गुरु अरस्तु का किया हुआ कार्य है |अरस्तु एक बहुत ही महान दार्शनिक था | आज भी दुनिया का कोई भी विषय हो अरस्तु का योगदान आपको उसमें देखने को मिल ही जायेगा |सिकंदर को हर रूप में अरस्तु ने निखारा यहाँ तक की उसके विश्वविजय के अभियान में अरस्तु का भतीजा कलेस्थीन्ज़ भी सिकंदर के साथ आया था |