मोहम्मद घोरी के बेटे शहाबुद्दीन ने जब गद्दी संभाली तो उसने ज़िम्मेदारी अपने सेनापति कुतुबुद्दीन ऐबक के कन्धों पर डाली |साल 1206 में ऐबक ने दिल्ले के तख़्त की शुरुआत की और क़ुतुब महरौली बसाई |चार साल बाद ही ऐबक की घोड़े से गिरने से मौत हो गयी जिसके बाद गद्दी उसके बेटे इल्तुतमिश और फिर उसकी बेटी रज़िया सुल्तान के हाथों में गयी |