लेकिन साल 1924 के सितम्बर महीने में रखल के हाथ लगा इलस्ट्रेटेड लन्दन न्यूज़ की एक प्रति लगी जिसमें मोहेंजोदारो के ढूँढने का सारा श्रेय उसके बॉस को दिया गया था | इसके एक महीने बाद रखल दास को स्थानान्तरण का आदेश भेज दिया गया जिसमें उसे मोहेंजोदारो की साईट से हटने के आदेश भी दिए गए थे |