साल 1739 में नादिर शाह ने दिल्ली पर हमला किया था और उसको अपने कब्ज़े में ले लिया था |इस हमले में न सिर्फ उसने कई लोगों को मौत के घाट उतार दिया बल्कि दिल्ली की जितनी दौलत थी उसे भी लूटकर उसने अपने कब्ज़े में ले लिया |जो खज़ाना लूटा गया उसमें मयूर तख़्त और कोहिनूर के इलावा बहुत सारे हीरे और जवाहरात मोजूद थे |कहानियों के मुताबिक खज़ाना इतना ज्यादा था की स्वयं नादिर शाह को भी उसका हिसाब रखने में तकलीफ हो रही थी | इसलिए जो भी उसके सैनिक और सिपहसलार थे उन्होनें खजाने के कई हिस्से कर अलग अलग जगहों पर उसे छुपा दिया | आज भी किसी को ये खज़ाना नहीं मिल पाया है |