चढ़ाई के दौरान पर्वतरोहियों की मौत हो जाना एक आम बात है |सबसे ज्यादा मौतें पर्वत की चोटी के ठीक नज़दीक वाले हिस्से में होती हैं जिसे डेथ जोन भी कहते हैं |इस पहाड़ पर चड़ने के 2 रस्ते हैं , एक नेपाल की तरफ से और दूसरा तिब्बत की तरफ से |रस्ते में बहुत अडचनें आती हैं जैसे भूस्खलन, तेज़ बर्फीली हवाएं, बीमारी और बर्फबारी |2016 से 200 से ज्यादा लाशें अभी भी वहां पड़ी है |