मेसाचुसेट्स प्रौद्योगिक संस्थान के न्यूरोसाइंटिस्ट डॉ बेविल कांवे के मुताबिक जिन लोगों को ड्रेस की धारियां सफ़ेद और सुनहरी दिखी हैं उन्हें बाहरी रौशनी की ज्यादा आदत होगी |और जिन लोगों को ड्रेस की धारियां काली और नीली दिखी हैं उनका दिमाग अंदरूनी रौशनी को ज्यादा मान्यता देता है |अब आप पूछेंगे की उन लोगों का क्या जिन्हें ड्रेस नीली और भूरी दिखी है | तो हम बता देते हैं की बेविल कांवे के मुताबिक ऐसे लोगों का मुताबिक दोनों तरह की रौशनी को समान रूप से समझ पाता है |