मिहिर बोस की किताब ‘फ्रॉम मिडनाइट टू ग्लोरियस मोर्निंग’ भी सरकार की नज़रों से बच नहीं पायी |वजह बताई गयी की किताब में धार्मिक भावनाओं को क्षति पहुँचाने की कोशिश की थी |
ट्रू फुरकान – द 21 सेंचुरी कुरान सरकार को लगा की शायद मुसलमानों की भावनाओं को ठेस पहुंचाएगी |इसलिए उन्होनें किताब के भारत में प्रवेश करने पर ही रोक लगा दी |
ब्रिगेडियर जॉन दलवी की किताब हिमालयन ब्लंडर आधारित थी नेहरु की चाइना युद्ध सँभालने में की गयी गलतियों पर | ऐसी किताब को सरकार कैसे छपने दे सकती थी | इसलिए इसे भी और किताबों की तरह बैन कर दिया गया |