1959 में एक 14 साल के लकड़े को अपने सहपाठी को मारने की सजा दी गयी |वह ऐसी सजा पाने का सबसे छोटा व्यक्ति था |उसे मौत की सजा सुनाई गयी थी लेकिन फिर उस सजा को उम्र कैद में बदल दिया गया |आखिरकार चीज़ें उसके पक्ष में हुई और 50 साल के बाद त्रुस्कोत्त को $6.5 मिलियन का मुआवजा दिया गया |