तंत्र शास्त्र पर भारत में हजारों प्राचीन किताबें मिल जाएगी, लेकिन सबसे ज्यादा चर्चा विज्ञान भैरव तंत्र की होती है। विज्ञान भैरव तंत्र किसने लिखा यह ज्ञात नहीं है लेकिन इसमें शिव और पार्वती के बीच हुआ संवाद है उसी तरह का जिस तरह अष्टावक्रव और जनक के बीच हुआ था और जिस तह श्रीकृष्ण और अर्जुन के बीच हुआ था।
विज्ञान भैरव तंत्र देवी पार्वती के प्रश्नों से शुरू होता है और उन प्रश्नों का उत्तर भगवान शंकर देते हैं। उन रहस्यमयी और गुप्त विद्याओं से संबंधित उत्तरों को पढ़कर हर कोई आवाक् रह जाता है। यह किताब सचमुच रहस्यमयी ज्ञान से भरी हुई है। ओशो रजनीश ने इस पवित्र किताब में अपने अद्भुत प्रवचन दिए हैं।