स्लाविक कहानियों के मुताबिक द्रेक्वाक एक ऐसे बच्चे की आत्मा है जिसकी बप्तिस्म नहीं हुई है |वह कैसा दिखता है ये आज भी एक सवाल है क्यूंकि बहुत लोग उसे ज्यादा देर तक देख नहीं पाते |कुछ लोगों ने ऐसा बताया है की जब वह कब्रिस्तान के पास से गुज़रे हैं तो एक बच्चा उनसे अपनी बप्तिस्म करने की गुहार करता है |