यूरोपीयन समुदाय में काफी साल तक इस झूठ को सच माना गया |सबसे पहले 1520 में अंतोनियो पिगाफेत्ता नाम के एक शख्स ने ऐसे लोगों की बात की जो की राक्षसिय आकार के थे |काफी लोग इस कहानी से प्रभावित् हुए लेकिन जब 1773 में कहानी का नया रूप सामने आया तो पता चला की उन लोगों की लम्बाई 6 फीट 6 इंच थी और उन्हें किसी भी हाल में राक्षस नहीं कहा जा सकता था |