2012 में अंद्रेई और उसके तीन दोस्त साइबेरियन टैगा पहुंचे |जब उनकी जीप और सारा सामान नदी में बह गए तो उनकी मुसीबतें शुरू हुई |कुछ हफ़्तों का सफ़र 4 महीने से ऊपर का हो गया |इसी बीच कुरोच्किन मर गया और चौथे साथी का पता नहीं चला |अलेक्सेई गोरुलेंको और अलेक्सान्दर अबुदाल्लेव बचे थे |जब वह मिले तो कुरोच्किन के हिस्से भी मिले | गोरुलेंको ने बताया की पैर में चोट लगने से कुरोच्किन की मौत हो गयी थी | और उसके बाद वह अपनी भूख मिटने के लिए उसके शव को खाते रहे |अब्दुल्लेव पर तो कोई जुर्म साबित नहीं हुआ और गोरुलेंको को भी कोर्ट ने बरी कर दिया | लेकिन फिर कुरोच्किन की पत्नी ने एक संवेदनशील गुहार की तो गुरोलेंको को 12 साल की जेल की सजा सुनाई गयी |