फिजी एक ऐसा स्थान हैं जहाँ सब लोग जाने से कतराते थे |1859 में थॉमस बेकर अपने सात साथियों के साथ वहां रहने पहुंचे |जुलाई 1967 तक सब सही रहा लेकिन फिर उसने अन्दर के द्वीपों विती लेवु पर जा वहां के निवासियों को ईसाई बन्ने के लिए मनाने का प्रयत्न किया |कथाओं के मुताबिक बेकर ने वहां के सरदार को एक कंघा तोहफे में दिया |जब सरदार पर कोई असर नहीं हुआ तो बेकर ने वह कंघा वापस ले लिया |ऐसा करने में गलती से सरदार के सर पर चोट आगयी |जो भी हुआ उसके तुरंत बाद बेकर और उसके सातों साथियों को मार कर खा लिया गया |गाँव वालों ने माना की इसके बाद उनके गाँव को श्राप लग गया था | इसलिए 2003 में बेकर के 11 वंशज वहां गए और श्राप मुक्ति अभियान में भाग लिया |