एम्परर तैजोंग ने करीब दो दशक तक चीन की सत्ता संभाली |उनके बाद उनके बेटे गोजोंग की बारी आई |एक दिन गोजोंग एक कोवेनेंट के पास से गुज़रा उसकी नज़र वू ज़ेतियन पर पड़ी | वह किसी पहले राजा की सेविका थी और उनकी मौत के बाद उसे कान्वेंट में भेज दिया गया था |इन सभी बातों की परवाह किये बिना गोजोंग ने उसे अपने महल में चल अपनी प्रेमिका बनने को कहा |सभी लोगों ने इस रिश्ते को बड़े धिक्कार से देखा | लेकिन उनका प्रेम परवान चड़ा और वू जल्द ही चीन की रानी बन गयी |गोजोंग की तबियत ख़राब होने पर वू ने सत्ता को पूरी तरह से संभाला | यही नहीं गोजोंग की मौत के बाद उसने स्वयं गद्दी संभाल ली |