फेब्रुअरी 1887 की सुबह बोस्टन मोंट्रियल नाईट एक्सप्रेस पटरी से उतर गयी |इस कारण ट्रेन पुल पर से वाइट नदी के ठन्डे पानी में जा गिरी |ट्रेन से उत्पन्न आग से पुल भी पूरी तरह से नष्ट हो गया |जो यात्री पूर्ण रूप से नहीं जले थे उनकी पहचान उनके कपड़ो के टुकड़ों से की गयी |कम से कम 37 लोग इस हादसे में मारे गए |आज तक भी हादसे वाली नदी के आस पास उन आत्माओं को देखे जाने के दावे किये गए हैं जो इस हादसे में मारी गयी |लोगों ने बताया की नदी के पास से गुजरने से चीखने की आवाजें सुनने को मिलती थी और जलने की महक भी आती है |इस हादसे का सच कुछ भी हो जितने भी लोग आजतक वाइट नदी पर गए हैं उन्होनें अनजान बैचैनी महसूस करने के दावे किये |