न्यू गिनी में स्थित इस नदी में 1961 में माइकल रोच्केफेल्लेर घूमने गया और कभी वापस नहीं आया |माना जाता है की नदी के तट पर स्थित जंगल में एक जाती है जो की नरभक्षी है |वह हर बाहर वाले को भूत समझ मार के खा जाते हैं |2006 में इस जाती का एक सदस्य स्मिथसोनियन पत्रिका से बातचीत में बताने लगा की कैसे वह इन्सान के कई टुकड़े कर केले के पत्ते में उन्हें बाँध देते हैं | उसके बाद ये हिस्से सब परिवारों में बाँट दिए जाते हैं और उन्हें वैसे ही पकाया जाता है जैसे किसी जानवर के मांस को |