यहाँ मार्च 28 1918 लेफ्तेनंट सेसिल मोल फीज़ को जर्मन सेना ने पकड़ लिया |उसे लैंड शट के एक युद्ध कैदियों के कैंप में डाल दिया गया |वहां एक और साथी के साथ उसने वहां से भागने का इरादा बनाया | 6 महीने तक दोनों चम्मचों से मिटटी भर कर अपनी जेबों में डालते और फिर उस मिटटी को बाहर फैंक देते | ऐसा करके वह भागने के लिए एक सुरंग तैयार करने में काफी हद तक कामयाब हो गए | लेकिन उनकी ख़ुशी कुछ दिनों तक ही रही |8 सितम्बर को सैनिकों ने आकर बताया की वह जेल की जांच करने वाले हैं | शायद किसी ने बात आगे फैला दी थी |उन्होनें फीज़ के साथी का कमरा ही सबसे पहला जांचा और दोनों पकडे गए |दोनों को युद्ध का बाकी समय अकेलेपन में बिताना पड़ा |